देखिये आज कल बहुत से लोग कुछ काम न मिलने की वजह से परेशान रहते हैं, या फिर कहें कि काम होने पर भी वो इतनी इनकम नहीं कर पाते हैं की अपनी जरूरतें पूरी कर सकें | तो ऐसी स्तिथि में बहुत से लोगों के दिमाग में ट्यूशन(Tuition) स्टार्ट करने का प्लान आता है, क्यूंकि आज कल ट्यूशन या कोचिंग एक बहुत ही अच्छा साधन बन चुका है- कुछ पैसे कमाने का | और आज का टाइम भी वो है- जब हर एक बच्चा लगभग स्कूल के अलावा करीब दो-दो ट्यूशन में पढता है, तो ऐसे में ये एक बहुत ही अच्छा आईडिया(Idea) साबित भी हो सकता है | लेकिन हम एक बात बिलकुल भी नहीं भूल सकते हैं, कि ट्यूशन स्टार्ट करने के लिए भी हमें बहुत सी चीज़ें पता होनी चाहिएं, जो की हमें ट्यूशन स्टार्ट करने में मदद करती हैं | तो इस पोस्ट में नीचे आपको वही सब बातें बताई गई हैं, जो की आपको फॉलो करनी है, यदि आप अपने घर पर ट्यूशन क्लासेज स्टार्ट करना चाहते हैं तो |
टुइटर(Tutor) से पहले टीचर
हैडिंग पढ़ने के बाद आपको जरूर ऐसा लगा होगा, की आखिर हम क्या कहना चाहते हैं ? तो इस टिप का अर्थ ये है की- यदि आप सीधे ट्यूशन खोल लेंगे, तो बहुत ही कम चांस(Chance) हैं की आपका ट्यूशन सक्सेस हो जाए | क्यूंकि अपने ट्यूशन में बच्चों को लाना बहुत ही मुश्किल होता है | इसीलिए आपको पहले किसी भी स्कूल में एक टीचर की जॉब करनी होगी, भले ही आप सिर्फ एक सेशन(Session) खत्म करके स्कूल छोड़ दें, लेकिन इससे आपके स्कूल के बच्चे आपको जान जायेंगे और फिर बहुत हद तक चांस हैं की आपके ट्यूशन में बहुत से बच्चे तो बिना बुलाये ही आ जाएंगे | और आप ये बात जानते भी होंगे, कि कोई भी ऐसा इंसान जो किसी स्कूल में पढ़ाता हो, उसपे बहुत से बच्चे ट्यूशन के लिए आते है | और फिर आज कल के पेरेंट्स भी ज्यादातर ट्यूशन बच्चों के स्कूल टीचर से ही लगाते हैं | इसीलिए यदि आप ट्यूशन स्टार्ट करना चहते हैं, तो किसी भी स्कूल में एक बार टीचर बनने की कोशिश जरूर करें |
स्कूल के बच्चों के साथ रहे फ्रेंडली(Friendly)
ये पॉइंट तो आपको बहुत ही अच्छे से याद रखना है, की आप चाहे स्कूल में पढ़ाएं या फिर ट्यूशन में, आपको बच्चों के साथ हमेशा एक दोस्त की तरह रहना है, न की किसी दुश्मन की तरह | अब दुश्मन से मतलब है की- आपको बच्चों को मारना-पीटना नहीं है, सिर्फ प्यार से ही समझाना है | हाँ, अब वो बात अलग है, की यदि कोई बच्चा ज्यादा ही परेशान करता है, तो आप उसे डांट सकते हैं | ऐसा करने से आपको बहुत ही ज्यादा फायदा होता है, आपके ट्यूशन में ज्यादा से ज्यादा बच्चे आते हैं, क्यूंकि अगर आप उनके साथ एक फ्रेंड की तरह रहते हैं, तो बच्चे भी आपके साथ कनेक्ट होने लगते हैं | इस बात से कोई भी इंकार नहीं कर सकता है, की जो टीचर बच्चों को पीटते हैं, तो बच्चे उनसे डरते हैं और फिर ट्यूशन तो क्या, बच्चे आपके सामने आने से भी डरेंगे | इसीलिए आपको हमेशा एक दोस्त की तरह उनको पढ़ाना है |
स्टार्टिंग(Starting) में फीस रखें बहुत ही कम
अब ये भी एक अच्छा पॉइंट है, जो की आपको पता होना चाहिए, यदि आप अपने ट्यूशन में ज्यादा से ज्यादा बच्चों को बुलाना चाहते हैं तो | शुरुआत में जितना हो उतनी ही कम फीस(Fees) रखें, जिससे की बच्चे तुरंत ट्यूशन के लिए तैयार हो जाएँ और साथ में बच्चों के पेरेंट्स को भी कोई दिक्कत न हो | क्यूंकि ये बात तो आप अच्छे से जानते ही हैं, की जब आपके पास लगभग 10-20 बच्चे हो जाएँ, तो आप अपनी फीस भी बढ़ा सकते हैं | और जब बच्चे आपसे 2-3 महीने पढ़ लेते हैं, तो फिर वो आपको अच्छे से जान जाते हैं, तो फिर उन्हें फीस से भी लगभग कोई परेशानी नहीं होती है | इसीलिए याद रखें की शुरुआत में फीस कम ही रखें |
तो यदि आप अपने घर पर छोटे बच्चों का ट्यूशन स्टार्ट करने की सोच रहे हैं, तो इस पोस्ट में बताई गई बातों को जरूर फॉलो करें, क्यूंकि इन सभी टिप्स को फॉलो करने से आपके ट्यूशन में बच्चों की लाइन लग जायेगी और आपका ट्यूशन भी सक्सेस(Success) हो जाएगा |
Good information very good information
Nice post
Nice
Very nice blog post prashant ji
Bahut achhi jankari ji
Nice
good jankari