आज की इस दुनिया में इंसान सब कुछ पा सकता है, सब कुछ हासिल कर सकता है, लेकिन अपने भीतर या मन की शांति को कोई भी नहीं पा सकता है या खोज सकता है | इंसान का जीवन निकल जाता है- सिर्फ अपनी भीतरी शांति को पाने में, फिर भी बहुत से बदनसीब लोग होते हैं- जो जीवन भर में भी अपने मन की शांति को नहीं खोज पाते हैं | मन की शांति को पाना तो बहुत दूर की बात है, कुछ लोगों को तो पता भी नहीं होता है- की मन की शांति आखिर होती क्या है | अब देखिये आपको बता दें की आज कल का मनुष्य इतना गन्दा हो चूका है, की उसे पता ही नहीं है- आखिर कौनसे अच्छे काम होते हैं, जिन्हे करके वो कुछ अच्छा हासिल कर सके | लेकिन ये पोस्ट ऐसे लोगों की मदद के लिए ही है, जो इस दुनिया के मोह को छोड़कर अपने मन की शांति को हासिल करना चाहते हैं | इस पोस्ट में आपको कुछ ऐसे अच्छे कामों के बारे में बताया गया है, जिन्हे यदि कोई व्यक्ति करता है, तो वो जरूर अपनी भीतरी शांति को हासिल कर पायेगा |
भगवान की भक्ति में लीन रहें
अब देखिये मन की शांति की बात तो अलग है, यदि आपको अपना जीवन सफल भी करना है तो भी आपको ईश्वर की शरणों में ही आना पड़ेगा, क्यूंकि वही आपकी जीवन रुपी नाव को सहारा देते हैं और उसे किनारे तक लेकर जाते हैं | और रही बात मन की शान्ति की तो, वो तो आपको अपने ईश्वर के नाम से ही मिल सकती है | इसीलिए बड़े बुजुर्ग कहते हैं, की जब भी समय मिले ईश्वर का नाम जरूर लें | अब देखिये हम यह नहीं कह रहे हैं, की आप बिलकुल पूजा पाठ में ही लग जाएँ और कुछ काम ही न करें, भगवान का नाम लेने का मतलब सिर्फ पूजा करने से ही नहीं होता, यदि आप अच्छे काम करते हैं, किसी ज़रूरतमंद की मदद करते हैं, तो ये भी भगवान् का नाम लेने के ही बराबर है | और सबसे आसान काम आप ये कर सकते हैं, कि सुबह उठकर सिर्फ दो मिनट के लिए शांति से बैठकर मन में ही अपने इश्वर को याद करें, उनको नमन करें |
हमेशा अपने माता-पिता की आज्ञा का पालन करें
अब देखिये ये तो हम हमेशा कहते हैं, की इस दुनिया में यदि कहीं जन्नत है, तो वो सिर्फ माँ बाप के पैरों में ही है, जो हर किसी के नसीब में नहीं होती है | सबसे पहली बात तो ये है, कि जो बच्चे अपने माँ बाप की बातें मानते हैं वो हमेशा खुश रहते हैं, और उनके साथ कभी भी कुछ गलत नहीं होता है | और बात करें मन की शांति को प्राप्त करने की, तो जब आप अपने माँ-बाप की बात मानते हैं या उनके साथ रहते हैं, तो आपके आस-पास का माहौल एक दम अच्छा रहता है, क्यूंकि जिस के ऊपर माँ-बाप का साया रहता है, वो हमेशा जो चाहे वो पा सकता है | इसलिए मन की शान्ति को प्राप्त करना चाहते हो तो हमेशा अपने माता और पिता की बातों को सुनें और उन्हें मानें |
अच्छी किताबें पढ़ें
ये तो सबसे ज्यादा इम्पोर्टेन्ट टिप है, लेकिन इसके बारे में कोई भी नहीं जानता है, क्यूंकि आज कल की जनरेशन(Generation) की बात करें, तो उन्हें बुक्स पढ़ना बिलकुल भी पसंद नहीं होता है | लेकिन ये आदत सब के अंदर होनी चाहिए, क्यूंकि बात चाहे बाहरी शांति की हो या फिर आंतरिक शांति की हो, यदि कोई इंसान अच्छी किताबों के आस-पास रहता है यानि कि उनको पढता है, तो वो अपने माइंड को ट्रैन(Train) करता है कुछ भी करने के लिए, क्यूंकि अच्छी किताबों में वो शक्ति होती है, जो हमें कुछ भी हासिल करने का हौसला या हिम्मत देती हैं | और बात मन की शान्ति की हो, तो श्रीमद भगवत गीता से अच्छी किताब तो हो ही नहीं सकती है, क्यूंकि इस किताब में जीवन का पूरा सार लिखा हुआ है, यदि कोई भी इंसान इसको एक बार पढ़ले, तो वो अपने जीवन को पहचान जाएगा और अपने मन की शांति को भी प्राप्त कर लेगा |
तो यदि आप अपने भीतर की शांति को खोजना चाहते हैं, तो इन टिप्स को जरूर अपनी ज़िन्दगी की पुस्तक में उतारें | अगर आप इस पोस्ट में बताई गई बातों को अच्छी तरह से समझकर फॉलो(Follow) करते हैं, तो आप अपने मन की शांति को जरूर खोज पाएंगे |