देखिये अब आपके बोर्ड एग्जाम बहुत ही करीब आ चुके हैं, जो कि स्टूडेंट्स के लिए तो बिलकुल भी अच्छी बात नहीं है क्यूंकि किसी को भी एग्जाम देना पसंद नहीं होता है, ये हम सब जानते हैं, पर एग्जाम देना भी जरूरी है | इस वक्त बहुत से बच्चे ऐसे होंगे जो की अपना सिलेबस खत्म कर चुके होंगे और Revision कर रहे होंगे, पर कुछ ऐसे बच्चे भी होंगे जिनका सिलेबस भी खत्म नहीं हुआ होगा | देखिये यदि आप अच्छे से पढ़कर एग्जाम देने जाओगे तो आपके अच्छे मार्क्स आएंगे, लेकिन यदि पढकर नहीं जाएंगे तो बेकार मार्क्स आएंगे और ये बात आप सब ही जानते हो, इसलिए हम इस पर बात नहीं करेंगे, बल्कि इस पोस्ट में हम बात करेंगे, की आपको अपनी आंसर शीट कैसे लिखनी है, यानि कि आपको आंसर किस प्रकार लिखने है | यदि इस पोस्ट में बताये हुए टिप्स को आप फॉलो करते हैं, तो आपकी आंसर शीट भी एक टोपर(Topper) की तरह दिखेगी | ये पोस्ट आपके बोर्ड एग्जाम में कम से कम 50 मार्क्स Increase करवा सकती है |
पहले दो पेज (First Two Pages)
देखिये आपकी कॉपी के पहले दो पेज सबसे ज्यादा जरूरी होते हैं क्यूंकि कोई भी आपकी आंसर शीट देखता है, तो वो सबसे पहले सिर्फ एक-दो पेज गौर से यानि की अच्छे से देखता है | इस लिए आपको इस बात का ख़ास ध्यान रखना है, की अपनी कॉपी के पहले दो या तीन पेज में अच्छी राइटिंग(Writing) लिखें, जिससे की आपकी कॉपी पढ़ने वाले को सब कुछ समझ आये | और वैसे भी जब आंसर शीट चेक होती हैं, तो सबसे ज्यादा फोकस पहले ही कुछ पेजेज में होता है | और आंसर शीट की शुरुआत हमेशा उन सवालों से करें, जो की आपको अच्छे से आते हों, जिससे की गलतियां कम हों और आपकी कॉपी एक दम साफ़ और सुन्दर लगे |
शीर्षकों का प्रयोग करें (Headings)
ये टिप तो बहुत ही ज्यादा जरूरी है आपके लिए | देखिये ज्यादातर बच्चे अपने जवाब को एक ही पैराग्राफ(Paragraph) में लिख देते हैं, जो की गलत तरीका है | याद रखें यदि कोई ज्यादा मार्क्स का सवाल आप करते हैं, तो उसे एक ही पैराग्राफ में न लिखें | ऐसा करने से जवाब की खिचड़ी बन जाती है | यदि सवाल ज्यादा नंबर का है, तो उसे अलग-अलग हेडिंड(Heading) लिखकर एटेम्पट(Attempt) करें, जिससे की आपका पेज भी जल्दी भर जाए और आपका आंसर भी देखने में साफ़ और अच्छा लगे |
पॉइंट्स में लिखें ( Write In Points)
ये टिप भी आपके नंबर इनक्रीस(Increase) करवा सकता है बोर्ड्स में | याद रहे अपने आंसर को एक बड़े से पैराग्राफ में लगातार लिखने की वजह उसे छोटे-छोटे पॉइंट्स(Points) में लिखें | ऐसा करने से आपका आंसर बहुत ही सुनदर लगता है और उसे पढ़ने में भी आसानी होती है किसी के लिए भी | ऐसा करने से आप अपने आंसर को कम से कम शब्दों में ज्यादा Informative बना सकते हैं, जिससे की आपको ज्यादा नंबर मिलने के चांसेसChances भी बढ़ जाते हैं | आपको बता दूं, ये टिप मैं अपने हर एग्जाम में इस्तेमाल करता हूँ और इसका फायदा भी होता है मुझे |
यदि अपने बोर्ड के एग्जाम में आप इन टिप्स को अपनी आंसर शीट लिखते वक्त इस्तेमाल करते हैं, तो सच में आपके मार्क्स बढ़ने वाले हैं | और हाँ, सिर्फ बोर्ड एग्जाम ही नहीं इन टिप्स को आप किसी भी एग्जाम में इस्तेमाल कर सकते हैं, रिजल्ट आपको Same ही मिलेगा |